सूरत: जबरन वसूली के आरोप में पार्षद राजेश मोरडिया गिरफ्तार
अलग-अलग मामलों में पार्षद राजेश मोरडिया और पंकज पटेल को गिरफ्तार

सूरत।सूरत नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी से पार्षद चुने गए राजेश मोरडिया के खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। उत्राण पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली के दो अलग-अलग मामलों में राजेश मोरडिया और पंकज पटेल को गिरफ्तार किया गया है।
पहले मामले में, एक व्यक्ति को उसकी कच्ची छत गिराने की धमकी देकर एक लाख रुपये की जबरन वसूली की गई। वहीं, दूसरे मामले में डामर सड़क का काम रुकवाकर 50 हजार रुपये वसूलने का आरोप है। पुलिस ने दोनों मामलों में रंगदारी का केस दर्ज कर कार्रवाई की है।
मोटा वराछा स्थित गार्डन रेजीडेंसी निवासी रौनक पटेल ने 21 मार्च 2025 को राजेश मोरडिया और पंकज पटेल के खिलाफ उत्राण पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, रौनक पटेल ने वराछा भडियादरा फार्म के पीछे एक अस्थायी छप्पर वाला मकान बनाया था। आरोप है कि राजेश मोरडिया और पंकज पटेल ने खुद को पार्षद बताते हुए नगर निगम अधिकारियों से सात लाख रुपये की मांग की और धमकी दी कि पैसे नहीं देने पर मकान गिरा दिया जाएगा। जब शिकायतकर्ता ने पैसे देने से इनकार किया तो आरोपियों ने गला दबाकर और चाकू से धमकाकर जबरन एक लाख रुपये वसूल लिए। (इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है।)
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपी पार्षद पर पहले भी ब्लैकमेलिंग और जबरन वसूली के आरोप लगे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए आम आदमी पार्टी ने 21 अप्रैल 2023 को राजेश मोरडिया को पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया। पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि उसका अब राजेश मोरडिया से कोई संबंध नहीं है।
इस घटना के बाद राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है। गुंडों और फर्जी पत्रकारों के बाद अब एक पार्षद की गिरफ्तारी से वसूली करने वाले अन्य लोगों में भी डर का माहौल बन गया है। पुलिस इस मामले में अन्य पीड़ितों की भी जांच कर रही है।